अयादि स्वर सन्धि
दीर्घ स्वर सन्धि
वृद्धि स्वर सन्धि
यण् स्वर सन्धि
‘लघूर्मि’ में दीर्घ स्वर सन्धि है, इसका विच्छेद लघु + ऊर्मि है। अयादि - भो + इष्य = भविष्य, गो + ईश = गवीश वृद्धि - दंत + ओष्ठ = दंतौष्ठ, जल + ओकस = जलौकस यण् - वि + आयाम = व्यायाम, अधि + आदेश = अध्यादेश
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