चार प्रकार के
तीन प्रकार के
पाँच प्रकार के
छह प्रकार के
भाववाचक संज्ञाएँ पाँच प्रकार के शब्दों से बनती हैं- 1. जातिवाचक संज्ञाओं से - बूढ़ा से बुढ़ापा, पंडित से पंडिताई आदि। 2. सर्वनामों से - अपना से अपनापन, स्व से स्वत्व 3. विशेषणों से - चतुर से चतुरता, दूर से दूरी आदि। 4. अव्ययों से - धिक् से धिक्कार, दूरी से दूरी आदि। 5. क्रियाओं से - चढ़ना से चढ़ाई, लिखना से लेख आदि।
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