छप्पय
सोरठा
उपेन्द्रवज्रा
रोला
उपेन्द्रवज्रा वर्णिक छन्द है। इसके प्रत्येक चरण में 11-11 वर्ण होते हैं। इसका लक्षण इस प्रकार है। उपेन्द्रवज्रा जतजास्ततो गौ। वर्णिक छन्द श्रेणी में हरिगीतिका, इन्द्रवज्रा, उपेन्द्रवज्रा तथा सवैया इत्यादि आते हैं। वर्णिक छन्द के तीन प्रकार होते हैं - सम, अर्ध-सम तथा विषम। छप्पय मात्रिक विषम और संयुक्त छन्द है। इसके प्रथम चार चरण रोला के और शेष दो चरण उल्लाला के योग होते हैं।
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