मात्रिक
वर्णिक
आक्षरिक
इनमें से कोई नहीं
घनाक्षरी एक वर्णिक छन्द है। घनाक्षरी में 30 से लेकर 33 वर्णों का एक चरण होता है और 16-15 वर्णों पर प्रधान यति तथा समस्त चरण में 8, 8, 8, 7 वर्णों पर साधारण यति होती है। अन्तिम वर्ण गुरु और चारों चरणों में समान तुक आवश्यक है।
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