ब्रजभाषा
खड़ी बोली
अवधी
भोजपुरी
बिहारी सतसई ब्रजभाषा में लिखा काव्य है। इसे कवि बिहारी ने लिखा है, जो रीतिकाल के एकमात्र रीतिसिद्ध कवि हैं। खड़ी बोली - साकेत, कामायनी, प्रियप्रवास, वैदेही वनवास। अवधी - रामचरितमानस, पद्मावत, मृगावती, मधुमालती, हंसावली आदि।
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