पुरुषोत्तम
देशाटन
कुलश्रेष्ठ
धर्मभ्रष्ट
धर्मभ्रष्ट ‘अधिकरण तत्पुरुष’ समास नहीं है, बल्कि इसमें अपादान तत्पुरुष समास है, इसका विग्रह - धर्म से भ्रष्ट। अधिकरण तत्पुरुष समास - पुरुषोत्तम पुरुषों में उत्तम देशाटन देश में आटन कुलश्रेष्ठ कुल में श्रेष्ठ
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