भारतीय दण्ड संहिता के अनुसार निम्नलिखित में से कौन सा निष्कर्ष सही है - 1. A, B के साथ मनोरंजन हेतु मुक्केबाजी करने के लिए राजी हो जाता है। मुक्केबाजी के दौरान, A बिना किसी बुरी मंशा से, B को बुरी तरह घायल कर देता है। A ने अपराध किया है। 2. P एक मादक पदार्थ के प्रभाव में था जो उसने अपनी मर्जी से ली थी। उस मादक पदार्थ के नशे में, यह ना समझकर कि उसके हाथों क्या हो रहा है, P ने Q की हत्या कर दी। P ने कोई अपराध नहीं किया है।

  • 1

    1 और 2 दोनों

  • 2

    केवल 2

  • 3

    1 और 2 दोनों ही नहीं

  • 4

    केवल 1

Answer:- 3
Explanation:-

भारतीय दण्ड संहिता की धारा 87 के अनुसार सम्मति से किया गया कार्य जिसमें मृत्यु या घोर उपहति कारित करने का आशय न हो और न उसकी सम्भावना का ज्ञान हो, इसमें A और B की सहमति है इसलिए यह अपराध नहीं होगा। धारा 86 के अनुसार स्वैच्छिक मत्तता में व्यक्ति के द्वारा किया गया कार्य निम्न प्रकृति का होना चाहिए - 1. कार्य के विधि विरूद्ध होने का ज्ञान नहीं होना चाहिए। 2. कार्य की प्रकृति का भी ज्ञान नहीं होना चाहिए। अत: इसकी शर्त की अनुपस्थिति में P द्वारा किया गया कार्य अपराध होगा।

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