रस का नाम बताओ - प्रिय-पति वह मेरा प्राण प्यारा कहाँ है। दुख-जलधि निमग्ना का सहारा कहाँ है। अब तक जिसको मैं देख के जी सकी हूँ। वह हृदय हमारा नेत्र-तारा कहाँ है।।

  • 1

    हास्य रस

  • 2

    श्रृंगार रस

  • 3

    वीर रस

  • 4

    करुण रस

Answer:- 4
Explanation:-

उपर्युक्त पंक्तियों में करुण रस है। अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ द्वारा रचित यह पंक्ति पति-पत्नी के बीच शोक संवेदना से सम्बन्धित है।

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