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उपमा
रुपक
यमक
श्लेष
‘जेते तुम तारे, तेते नभ में न तारे हैं।’ इस पंक्ति में यमक अलंकार है, क्योंकि तारे शब्द दो बार आया है जिनके अर्थ भिन्न है - पहला तारे-उद्धार किया, दूसरा तारे-सितारे।
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