खड़ी बोली
ब्रजभाषा
संस्कृत
प्राकृत
सूरदास और नंददास की काव्य रचनाओं की भाषा, ब्रजभाषा में संकलित है। खड़ी बोली - लल्लू लाल जी, सदल मिश्र, इंशाअल्ला खाँ तथा मुंशी सदासुखलाल खड़ी बोली गद्य के प्रतिष्ठापक कहे जाते हैं। आदिकवि वाल्मीकि की रचना रामायण संस्कृत में है।
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