India’s No.1 Educational Platform For UPSC,PSC And All Competitive Exam
मैं सोता हूँ।
मैं पाता हूँ।
उसने पीटा।
उसने खाई।
जिन क्रियाओं का व्यापार और फल कर्ता पर हो, वे अकर्मक क्रिया कहलाती है, जैसे - मैं सोता हूँ। यहाँ ‘सोता हूँ’ क्रिया का फल कर्त्ता ‘मैं’ पर पड़ रहा है किसी कर्म पर नहीं। अतः सोना क्रिया अकर्मक है।
Your comments will be displayed only after manual approval.
Post your Comments