India’s No.1 Educational Platform For UPSC,PSC And All Competitive Exam
वीर रस
शांत रस
वात्सल्य रस
हास रस
उपर्युक्त पंक्तियों में वात्सल्य रस है। यहाँ शिशुओं के सौंदर्य, तोतली भाषा, आकर्षक चेष्टाओं और नव दंतों के सौंदर्य का वर्णन किया गया है।
Your comments will be displayed only after manual approval.
Post your Comments