23
27
33
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संचारी भावों की कुल संख्या तैंतीस (33) मानी गयी है। वे इस प्रकार हैं - हर्ष, चिन्ता, गर्व, जड़ता, विबोध (चैतन्य लाभ), मोह, स्मृति, मरण, व्याधि (रोग), मद, श्रम, आवेग, दीनता, शंका, उत्सुकता, विषाद, त्रास (भय या व्यग्रता), मति, असूया, उग्रता, निर्वेद, आलस्य, उन्माद, व्रीड़ा (लज्जा), ग्लानि, स्वप्न, चपलता, धृति, अमर्ष (असहनशीलता), निद्रा, अवहित्था (भाव का छिपाना), अपस्मार (मूर्छा) तथा वितर्क।
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