दोहा-चौपाई शैली
बरवै शैली
मसनबी शैली
उपर्युक्त सभी
‘रामचरितमानस’ नामक महाकाव्य की रचना दोहा-चौपाई शैली में की गयी है। दोहा अर्द्ध सम-मात्रिक छन्द है। दोहा छन्द के विषम चरणों में 13 मात्राएँ और सम चरणों में 11 मात्राएँ होती हैं। चौपाई सम-मात्रिक छन्द है। इसके प्रत्येक चरण में 16 मात्राएँ होती हैं। बरवै मात्रिक अर्द्धसम छन्द है। इस छन्द के विषम चरणों में 12 और सम चरणों में 7 मात्राएँ होती हैं।
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