सवैया
दोहा
चौपाई
सोरठा
उक्त पंक्ति में चौपाई छन्द है। चौपाई सम मात्रिक छ्न्द है। इसके प्रत्येक चरण में 16-16 मात्राएँ तथा अन्त में दो गुरु होते हैं। सवैया - यह एक वर्णिक समवृत्त छन्द है। इसके एक चरण में 22 से लेकर 26 तक अक्षर होते हैं। हिन्दी साहित्य में रसखान सवैया लेखन के लिए प्रसिद्ध हैं। दोहा - दोहा अर्ध सममात्रिक छन्द है। इसके विषम चरणों में 13-13 मात्राएँ तथा सम चरणों में 11-11 मात्राएँ होती है। सोरठा - शिल्प (बनावट) के आधार पर सोरठा, दोहा के विपरीत होता है।
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