बेरोजगारी के कई प्रकार है, इनमे से एक महत्वपूर्ण बेरोजगारी प्रच्छन्न  बेरोजगारी है। प्रच्छन्न बेरोजगारी के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा / से कथन सत्य है/हैं?
A प्रच्छन्न बेरोजगारी जिसे छिपी बेरोजगारी भी कहा जाता है, में श्रमिक की सीमांत उत्पादकता शून्य व ऋणात्मक हो सकती है।
B. प्रच्छन्न बेरोजगारी मूलत: उच्च जनसंख्या दबाव और वैकल्पिक रोजगार के अवसरों की कमी के कारण होती है।
C. यह बेरोजगारी कृषि क्षेत्र में व्यापक रूप से पाई जाती है।

  • 1

     केवल A और B

  • 2

    केवल B और C

  • 3

    केवल A और C

  • 4

    A, B,  और  C

Answer:- 4
Explanation:-

प्रच्छन्न बेरोजगारी जिसे छिपो बेरोजगारी भी कहा जाता है में श्रमिक की सीमांत उत्पातकता शुन्य व ऋणात्मक होती है। प्रच्छन्न बेरोजगारी मूलत: उच्च जनसंख्या दबाव और वैकल्पिक रोजगार के अवसरों की कमी को कारण होती है। यह बेरोजगारी कृषि क्षेत्र में व्यापक रूप से पाई जाती है।

Post your Comments

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book