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रस
ध्वनि
अलंकार
औचित्य
भूषण ने अलंकार विवेचन सम्बन्धी ग्रंथ 'शिवराजभूषण' मततें 105 अलंकार का विवेचन किया है। इनके अन्य ग्रंथ - शिवा बावनी तथा छत्रसाल दसक है जो कि प्रशस्ति परक ग्रंथ है। भूषण वीर रस के कवि हैं।
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