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अद्वैतवाद
शुद्धाद्वैतवाद
विशिष्टाद्वैतवाद
द्वैतवाद
वैष्णव भक्ति के आदि आचार्य रामानुजाचार्य माने जाते है। ये राम को विष्णु का अवतार मानते है। इनके सिद्धान्त को विशिष्टाद्वैतवाद कहते है। इनके गुरु का नाम यादव प्रकाश था।
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