वैशाली
अंग
पाटलिपुत्र
नालंदा
मंजूषा शैली भागलपुर (अंग) क्षेत्र में सनई की लकड़ियों से बनी मन्दिर सरीखी मंजूषा पर क्षेत्र में प्रचलित बिहुला-बिषहरी की लोक कताओं में वर्णित चित्रों को कूचियों द्वारा चित्रित किया जाता है। इस शैली में पात्रों का मात्र बायां भाग ही चित्रित किया जाता है।
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