मार पर दृष्टि रखने एवं अपने ध्यान में विहन डालने से मार को रोकने के लिए बुद्ध का धारती का आह्वान।
मार के प्रलोभनों के बावजूद अपनी शुचिता और शुद्धता का साक्षी होने के लिए बुद्ध का धरती का आह्वान।
बुद्ध का अपने अनुयायियों को स्मरण कराना कि वे सभी धरती से उत्पन्न होते है और अन्तत: धरती में विलीन हो जाते है अत: जीवन संक्रमणशील है।
इस सन्दर्भ में दोनों ही कथन ' A' एवं 'B' सही है।
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