कबीर
गुरु नानक
चैतन्य
रामानन्द
जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हुआ था। मृत्यु 1518 मगहर में शिष्य - मलूकदास ये सिकन्दर लोदी के समकालीन थे। कबीरदास जी 15वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे। वे हिन्दी साहित्य के भक्तिकालीन युग में परमेश्वर की भक्ति के लिए एक महान प्रवर्तक के रूप में उभरे। कबीर पंथ नामक धार्मिक सम्प्रदाय इनकी शिक्षाओं के अनुयायी हैं।
Post your Comments