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पुष्यमित्र शुंग
प्रवरसेन प्रथम
समुद्रगुप्त
नन्दिवर्मन पल्लवमल्ल
प्रवरसेन प्रथम को चार अश्वमेघ यज्ञ करने का श्रेय दिया जाता है। प्रवरसेन वाकाटक नरेश बिंद शक्ति का पुत्र था। इसका साम्राज्य बुंदेलखण्ड से लेकर दक्षिण में हैदराबाद तक था।
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