अमूर्त रूप से सोचने तथा वैज्ञानिक तर्क का प्रयोग करने की योग्यता विकसित होती है।
बच्चे तार्किक एवं मूर्त रूप से सोचना प्रारंभ कर देते हैं।
अधिगम मुख्य रूप से संवेदी एवं चालक गतिविधियां द्वारा घटित होता है।
शरीरिक वृद्धि एवं विकास बहुत तेज से होता है।
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