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मानवीय सामर्थ्यों में परिवर्तन का परीक्षण करता है।
जीवन अवधि के दौरान व्यवहार की व्याख्या ढूंढेगा।
बच्चों की वयस्क या वरिष्ट नागरिकों के साथ तुलना करेगा।
किसी बच्चे के संज्ञानात्मक, सामाजिक तथा दूसरे सामर्थ्यों के क्रमिक विकास के लिए उत्तरदायी होगा।
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