कोहलबर्ग ने बिना किसी अनूभूतिमूलक आधार के सिद्धांत प्रस्तुत किया।
कोहलबर्ग ने प्रस्ताव किया कि नैतिक तार्किकता विकासात्मक है।
कोहलबर्ग ने पुरूषों एवं महिलाओं की नैतिक तार्किकता में सांस्कृतिक विभिन्नताओं को महत्व नहीं दिया।
कोहलबर्ग ने नैतिक विकास की स्पष्ट अवस्थाओं का उल्लेख नहीं किया।
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