साँच को आँच नहीं
सावन हरे न भादो सूखे
भागते चोर की लंगोटी से ही
सहज पके सो मीठा होय।
सावन हरे न भादो सूखे - सदा एक समान रहना। शेष विकल्प - साँच को आँच नही - सच्चे व्यक्ति को डर किस बात का ? सहज पके सो मीठा होय - आराम से किया गया काम सुखकर होता है। भागते चोर की लंगोटी ही सही - वहाँ से जो कुछ भी मिले वही बहुत है।
Post your Comments