India’s No.1 Educational Platform For UPSC,PSC And All Competitive Exam
बच्चों को अधिगम हेतु प्रेरित करने के लिए परीक्षणों की संख्या को बढ़ा देना।
अध्यापकों द्वारा बच्चों की स्वायत्तता को बढ़ावा व सहायता देना।
समानता बनाए रखने के लिए किसी एक अनुदेशन पद्धति पर टिके रहना।
कालांश की अवधि को 40 मिनट से 50 मिनट तक बढ़ा देना।
Your comments will be displayed only after manual approval.
Post your Comments