बंगाल और असम
दक्षिण भारत
यू.पी. और बिहार
बम्बई और गुजरात
18वीं सदी के अंत तक भारत के बंगाल और असम भाग में यूरोपिय इसाई मिशनरीज अधिक सक्रिय थी। इसाई मिशनरीज, जिनका आधुनिक भारत पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा है। भारत के सुदूर दक्षिणी भागों में बहुत पहले से ही सीरियाई इसाईयों की भारी संख्या उपस्थित इस बात की द्योतक है कि इस देश में सबसे पहले आने वाले ईसाई मिशनरी यूरोप के नहीं, सीरिया के थे। जो भी हो राजा गोंडाफारस संत टॉमस का संबंध यह संकेत करता है कि ईसाई धर्म प्रचारकों का एक मिशन सम्भवतः प्रथम ई. के दौरान भारत आया था।
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