संकेत वाचक
कारणवाचक
परिणामवाचक
संबंध वाचक
"वह लाचार है, क्योंकि वह अंधा है।" में कारण वाचक अव्यय है। संकेतवाचक में दो प्रकार के वाक्य होते हैं। जो एक दूसरे पर निर्भर होते हैं, जैसे-यदि राम जाएगा तो राधा आयेगी। जो अव्यय संज्ञा के पीछे आकर उसका सम्बन्ध वाक्य के किसी दूसरे शब्द से बताता है, सम्बन्ध बोधक अव्यय कहलाता है। जैसे- अबतक, भर, बिना, बाद, द्वारा, लिए, अतिरिक्त, बजाए, आदि। परिमाण वाच्क में माप तौल वाले शब्दों का प्रयोग होता है। जैसे-बहुत, बहुतेरा, कुछ, सब, सारा, समूचा, थो़ड़ा, अधिक।
Post your Comments