मानों
जो
कि
जब
दिये गये विकल्पों में 'जो' स्वरूपवाचक व्याधिकरण समुच्चयबोधक अव्यय नहीं है, जबकि मानो, जब, यानि, आदि स्वरूपवाचक व्याधिकरण समुच्चयबोधक अव्यय है। जिन शब्दों के रूप में लिंग, वचन, कारक आदि के कारण कोई परिवर्तन या विकार न हो, उन्हें 'अव्यय' कहते हैं। अव्यय मुख्यत: चार प्रकार के होते हैं- 1. क्रिया-विशेषण अव्यय 2. सम्बन्ध बोधक अव्यय 3. समुच्चय बोधक अव्यय 4. विस्मयाबोधक अव्यय समुच्चय बोधक अव्यय दो प्रकार के होते हैं- 1. समानाधिकरण समुच्चय बोधक 2. व्याधिकरण समुच्चय बोधक- A. कारण वाचक - क्योंकि, चूँकि, इसलिए, कि। B. उद्देश्य वाचक - कि, जो, जोकि ताकि C. संकेत वाचक जो ....... तो, यदि ........ तो, यद्यपि....... तथापि। D. स्वरूप वाचक - कि, जो, अर्थात् यानि, मानो
Post your Comments