कल्हण
विल्हण
जयानक
चंदबरदाई
पृथ्वीराज रासो हिंदी भाषा में लिखी एक महाकाव्य है। जिसमें पृथ्वीराज चौहान के जीवन और चरित्र का वर्णन किया गया है। इसके रचयिता चंद्र बरदाई पृथ्वीराज के बचपन के मित्र और उसके राजकवि थे। उसकी युद्ध यात्राओं के समय वीर रस की कविताओं से सेना को प्रोत्साहित भी करते थे। 1. शारंगधर - हम्मीर रासो 2. चंदबरदाई - पृथ्वीराज रासो 3. जगनिक - आल्हाखंड 4. नरपति - विशाल देव 5. हम्मीर - नामकचंद्र सूरी 6. पृथ्वीराज विजय - जयानक
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