सार्वभौमिक विधान से हुआ है
सार्वभौमिक सत्य से हुआ है
सार्वभौमिक आस्था से हुआ है
सार्वभौमिक आत्मा से हुआ है
जैन धर्म के अनुसार सृष्टि का निर्माण ईश्वर ने नहीं अपितु यह संसार छह द्रव्य जीव धर्म, अधर्म, आकाश एवं काल से बना है। इस सृष्टि के कण-कण में आत्मा का वास है अर्थात आत्मा के अतिरिक्त कुछ भी असीम नहीं है।
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