जैनियों ने
बौद्धों ने
आजीवकों ने
मीमांसकों ने
आजीवकों ने प्रतिपादित किया कि भाग्य ही सब कुछ निर्धारित करता है। मनुष्य असमर्थ होता है आजीवक या आजीविका दुनिया की प्राचीन दर्शन परंपरा में भारतीय जमीन पर विकसित हुआ। पहला नास्तिवादी या भौतिकवादी संप्रदाय था भारतीय दर्शन और इतिहास के अध्यात्म के अनुसार आजीवक संप्रदाय की स्थापना मक्खलि घोषाल (गोशालक) ने की थी। आजीवक संप्रदाय ही अटलता और नियति में विश्वास रखता है।
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