बौद्ध मत
जैन मत
सिख मत
वैष्णव मत
अनेकांतवाद जैन धर्म का प्रमुख सिद्धांत एवं दर्शन है। मोटे तौर पर यह विचारों की बहुलता का सिद्धांत है। अनेकांतवाद की मान्यता है कि भिन्न-भिन्न न कोड़ों से देखने पर सत्य और वास्तविकता भी अलग-अलग समझ आती है। अतः एक ही दृष्टिकोण से देखने पर पूर्ण सत्य नहीं जाना जा सकता है।
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