प्रशासन से
विधि से
व्याकरण और काव्य से
उपरोक्त सभी से
तोलकाप्पियम ‘द्वितीय संगम’ का एक मात्र शेष ग्रंथ है। अगस्त ऋषि के 12 योग्य शिष्यों में से एक तोलकाप्पियम द्वारा यह ग्रंथ लिखा गया था। सूत्र शैली में रचा गया यह ग्रंथ तमिल भाषा का प्राचीनतम व्याकरण ग्रंथ है। संगम काल में आठों प्रकार के विवाहों का उल्लेख मिलता है।
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