सम्पूर्ण क्षेत्र में नियोजित ढ़ंग से फैली थी
एक जगह केन्द्रित थी
अव्यवस्थित थीं
उक्त में कोई नहीं
मोहनजोदड़ो की इमारतें नगर के सम्पूर्ण क्षेत्र में नियोजित ढ़ंग से फैली थी। मोहनजोदड़ो में एक विशाल स्नानागार था इसका निर्माण पकी ईटों दुर्ग क्षेत्र में किया गया था। इसके मध्य में एक स्नानाकुंड था।
Post your Comments