सांस्क्रृतिक विशेषीकरण और विभिन्न आवास
भाषा और बोली
सामाजिक रीति-रिवाज की विभिन्नताएं
आर्थिक स्तर
भारत में जनजातियों के निर्धारण के लिए कहा गया है कि - 1. उसमें आदिम विशेषता के लक्षण हों 2. भौगोलिक रूप से अलग हो 3. अलग तरह की संस्कृति हो 4.आवास करने का तरीका अलग हो
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