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अंबुबाची मेला जून में असम के कामाख्या मंदिर में मनाया जाता है।
कामाख्या मंदिर गुवाहाटी में स्थित है।
यह एक हिंदू मंदिर है जो देवी कामाख्या को समर्पित है।
इसे 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है।
हिंदू कैलेंडर के "आषाढ़" महीने के 7 वें दिन से शुरूहोकर मंदिर तीन दिनों के लिए बंद रहता है।
12वें दिन कपाट खोले जाते हैं और मंदिर में एक बड़े मेले का आयोजन किया जाता है।
"अंबुबाची" का अर्थ है "पानी से बोली जाने वाली"।
इसका मतलब है कि इस महीने के दौरान होने वाली बारिश पृथ्वी को उपजाऊ बनाती है।
त्योहार की अवधि के दौरान सभी कृषि कार्य जैसे खुदाई, जुताई, बुवाई और फसलों की रोपाई निषिद्ध है।
भक्त पके हुए भोजन से परहेज करते हैं।
प्रसाद दो रूपों में वितरित किया जाता है - अंगोडक (जिसका अर्थ है 'वसंत का पानी') और अंगबस्त्र (जिसका अर्थ है 'शरीर को ढकने वाला कपड़ा') ।
उत्सव - स्थान
अम्बुबाची मेला - असम
सीतल षष्ठी पर्व - ओड़िशा
सरहुल महोत्सव - झारखंड
गणगौर उत्सव - राजस्थान
राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव - आंध्र प्रदेश
ईशान उत्सव - नई दिल्ली
मेदाराम जतारा महोत्सव - तेलंगाना
तोरग्या महोत्सव - अरुणांचल
स्पितुक गस्टर महोत्सव - लद्दाख
कचाई लेमन महोत्सव - मणिपुर
वंगला महोत्सव - मेघालय
लोसांग उत्सव - सिक्किम
लोसार उत्सव - लद्दाख
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