प्रथम
द्वितीय
तृतीय
चतुर्थ
जैन धर्म के वर्तमान अलौकिक चक्र के तृतीय काल में ऋषभदेव ने अपने पुत्र भरत को प्रथम चक्रवर्ती बनाकर जैन धर्म की स्थापना की। भरत चक्रवर्ती प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव के जेष्ठ पुत्र थे। जैन और हिंदू पुराणों के अनुसार हुआ चक्रवर्ती सम्राट थे और उन्हीं के नाम पर भारत का नाम भारतवर्ष पड़ा है।
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