चालुक्य
चौहान
परमार
प्रतिहार
गुर्जर प्रतिहार राजवंश की स्थापना नागभट्ट ने 725 ईसवी में की थी। उसने राम के भाई लक्ष्मण को अपना पूर्वज बताते हुए अपने वंश को सूर्यवंश की शाखा सिद्ध किया। गुर्जर प्रतिहार सूर्यवंश का होना सिद्ध करते हैं तथा गुर्जर प्रतिहारों के शिलालेखों पर अंकित सूर्यदेव की कलाकृतियों भी इनके सूर्यवंशी होने की पुष्टि करती है।
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