जुलाई, 2024 को भारत और अमेरिका ने प्राचीन वस्तुओं की अवैध तस्करी से निपटने के लिए अपने पहले सांस्कृतिक संपत्ति समझौते (सीपीए) पर हस्ताक्षर किए।
नई दिल्ली में विश्व धरोहर समिति में श्री गोविंद मोहन और अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी द्वारा हस्ताक्षरित यह समझौता 1970 के यूनेस्को सम्मेलन के अनुरूप है।
सीपीए का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित रखना और तस्करी की गई कलाकृतियों को वापस करना है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के सक्रिय प्रयासों पर प्रकाश डाला और कहा कि 1976 से 358 प्राचीन वस्तुओं को वापस लाया गया है, जिनमें से 2014 से 345 वापस लाई गई हैं।
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