राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 1983 बैच की आईएएस अधिकारी और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को 31 जुलाई 2024 को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। वह डॉ. मनोज सोनी का स्थान लेंगी।
श्रीमती आर.एम.बाथ्यू (खरबुली) (1992-96) के बाद प्रीति सूदन यूपीएससी की अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने वाली दूसरी महिला हैं।
प्रीति सूदन का कार्यकाल
यूपीएससी का अध्यक्ष या सदस्य अपने पद संभालेने की तिथि से छह साल तक या 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक, जो भी पहले हो, पद पर रहता है।
यूपीएससी का अध्यक्ष या सदस्य ,भारत के राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंपकर अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
राष्ट्रपति उच्चतम न्यायालय की रिपोर्ट के बाद यूपीएससी के अध्यक्ष/सदस्य को हटा सकते हैं, अगर उन्हें कदाचार का दोषी पाया जाता है।
यूपीएससी के बारे में
संघ लोक सेवा आयोग एक स्वतंत्र संवैधानिक निकाय है जो 26 जनवरी 1950 को संविधान के अनुच्छेद 378(1) के प्रावधानों के तहत अस्तित्व में आया।
यूपीएससी के पहले अध्यक्ष आर.एन.बनर्जी थे।
यूपीएससी में एक अध्यक्ष और अन्य सदस्य होते हैं।
भारत के राष्ट्रपति के पास यूपीएससी के सदस्यों की संख्या तय करने की शक्ति है।
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