ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में लीजियोनेयर्स रोग के 71 मामलों की पुष्टि हुई है। निमोनिया का यह गंभीर रूप लीजियोनेला बैक्टीरिया के कारण होता है, जो पानी के प्राकृतिक निकायों और टैंकों जैसी जल प्रणालियों में पाया जाता है। यह व्यक्ति से व्यक्ति में नहीं, बल्कि दूषित जल एरोसोल को साँस के माध्यम से फैलता है।
ज़्यादातर लोग पानी या मिट्टी से बैक्टीरिया को सांस के ज़रिए अंदर लेने से लीजियोनेयर्स रोग से संक्रमित होते हैं। लीजियोनेला बैक्टीरिया का सबसे आम स्रोत पॉटिंग मिक्स या कम्पोस्ट है। इसके अलावा, पाइप से आने वाला गर्म पानी, एयर कंडीशनर और स्पा पूल भी लीजियोनेला बैक्टीरिया के स्रोत हो सकते हैं। लीजियोनेला बैक्टीरिया युक्त धुंध में सांस लेने से भी इस रोग का संक्रमण हो सकता है।
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