हरिविजय सूरि
हेमचंद्र
जिनसेन
उमास्वाति
1582 ई. में अकबर ने गुजरात से जैन धर्म के जैन आचार्य ‘हरिविजय सूरी’ को जगतगुरु की उपाधि प्रदान की थी साथ ही 1591 ई. में गतखर गच्छ संप्रदाय के विद्वान ‘जिनचंद्र सूरी’ को युग प्रधान की उपाधि भी प्रदान की थी। अकबर ने 1583 ई. में नए कैलेंडर संवत ‘इलाही संवत’ की शुरुआत भी की थी जो सूर्य पर आधारित था।
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