राजस्व संग्रह में सुविधा हो
साफ-सुथरा प्रशासन लागू हो सके
सेना में भर्ती की जा सके
धार्मिक सामंजस्य सुनिश्चित हो
मनसबदार, मुगल शासन काल में बादशाह अकबर के समय में उसे कहते थे जिसे कोई मनसब अथवा ओहदा मिलता था। किसी भी मनसबदार को उसको मनसब के हिसाब से ही वेतन दिया जाता था। यह कारण है कि मनसबदार प्रथा से प्रशासनिक कार्य साफ-सुथरा होने लगी।
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