1831
1829
1831
1828
राजा राममोहन राय का जन्म 22 मई 1772 तथा मृत्यु 27 सितम्बर 1833 को हुआ था। आधुनिक भारतीय समाज का जन्मदाता इन्हें कहा जाता है। वे ब्रह्म समाज, आत्मीय सभा, भारतीय भाषायी प्रेस के प्रवर्तक जनजागरण और समाजिक सुधार आंदोलन के प्रणेता तथा बंगाल में नव जागरण युग के पितामह थे। धार्मिक और सामाजिक विकास क्षेत्र में राजा मोहन राय का नाम सबसे अग्रीणी है। राजा राममोहन राय को तत्कालीन भारतीय समाज की कट्टरता, रूढिवादिता एवं अंध विश्वासों को दूर करके उसे आधुनिक बनाने का प्रयास किया। भारत के प्रथम आधुनिक पुरूष में इनका नाम गिना जाता है।
Sir brama Sabha 1828 aur brama samaj 1829