स्वामी दयानंद
स्वामी विवेकानंद
रबींद्रनाथ टैगोर
लोकमान्य तिलक
स्वामी दयानन्द सरस्वती ने कहा था “अच्छा शासन स्वशासन का स्थानापन्न नहीं है। दयानन्द सरस्वती ने 1875 ई. में बम्बई में आर्य समाज की स्थापना की, जिसका मुख्य उद्देश्य प्राचीन वैदिक धर्म की शुद्ध रूप में पुनः स्थापना करना था। स्वामी जी के आर्थिक विचारों में स्वदेशी का बहुत महत्व था। राजनैतिक क्षेत्र में वट कहते कि बुरे से बुरे देशी राज्य अच्छे से अच्छे विदेशी राज्य से अच्छा है।
Post your Comments