मजदूरों के कल्याण में रुचि रखने वाली
विधवा विवाह को प्रोत्साहन करने वाली
नारी उत्थान के प्रति समर्पित
एक क्रांतिकारी संगठन
अनुशीलन समिति औपनिवेशक काल में भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बंगाल में बनाई गई। अंग्रेज विरोधी क्रांतिकारी गुप्त संस्था थी। इस समिति का उद्देश्य ‘बंदे मातरम’ के प्रणेता और प्रख्यात बांग्ला उपन्यासकार बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय के बताये गए मार्ग का ‘अनुशीलन’ करना था। सतीश चंद्र बसु ने 24 मार्च 1902 को अनुशीलन समिति की स्थापना की थी।
Post your Comments