महात्मा गांधी
सुभाष चन्द्र बोस
रबींद्रनाथ टैगोर
चितरंजन दास
विदेशी वस्त्रों की बर्बादी ही उनके साथ सर्वोत्म व्यवहार है यह महात्मा गाँधी ने कहा था। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने स्वदेशी का ऐसा बिगुल फूंका था कि अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी के छात्रों ने विदेशी कपड़ों की होली चला दी थी। तब कैंपस के हजारों छात्रों ने खादी के कपड़े पहनना भी शुरू कर दिया था। यूं तो बापू के चरण अलीगढ़ की सरजमीं पर तीन बार पडे़, लेकिन यह पहला सुनहरा मौका था जब कस्तूरबा भी उनके साथ आयी थी।
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