स्वदेशी आंदोलन की
1857 के स्वतंत्रता संग्राम की
असहकार आंदोलन की
खिलाफत आंदोलन की
मोपला विद्रोह के मालाबार क्षेत्र में वर्ष 1921 में हुआ था। यह आंदोलन मुख्यत लगान व बेदखली को लेकर थे। जमींदार जब चाहते उन्हें भूमि से बेदखल कर देते और जब चाहे तब मनमाना गलान वसूलते। खिलाफत आंदोलन भी अपनी जड़े जमाता जा रहा था। हालात ये हो गए कि खिलाफत आंदोलन एवं काश्तकारों की बैठक में फर्क करना मुश्किल हो गया। इस तरह दोनों आंदोलन एक-दूसरे में समा गए।
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